सरकार ने एक बार फिर से डिजिटल प्लेटफॉर्मों पर अश्लीलता के खिलाफ कड़ा स्टैंड लिया है। केंद्र सरकार ने बैन लगाने के बाद 18 ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म, 19 वेबसाइट और 10 ऐप्स को बंद कर दिया है। इस कदम का लक्ष्य देश में विशाल संख्या में फैलाई जा रही अश्लीलता और अशिष्टता को रोकना है। इस तरह की कंटेंट न केवल समाज को बिगाड़ती है बल्कि युवा पीढ़ी के मस्तिष्क को भी प्रभावित करती है। इसमें से कुछ ऐप्स और प्लेटफॉर्म आम लोगों के बीच बहुत पसंद किए जाते थे, लेकिन उनके बंद होने से उन्हें बहुत आघात पहुंचा है।
बैन लगाने के पीछे की वजहें उज्जवल हैं। सरकार के मुताबिक, इन ऐप्स और वेबसाइट्स पर ऐसे कंटेंट शेयर किए जाते हैं जो समाज के नैतिक मूल्यों को चुनौती देते हैं। अश्लील और अवैध वीडियो वेबसाइट्स ने तो युवा पीढ़ी को आशिकी, शराब, जुआ और अन्य अवैध गतिविधियों की ओर प्रवृत्त किया है। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर भी ऐसे खतरनाक मैसेज और कंटेंट शेयर किए जाते हैं जो समाज को नुकसान पहुंचाते हैं। यह संदेश भी युवा पीढ़ी को गलत दिशा में ले जाता है।
इस नए कदम के माध्यम से सरकार ने अश्लीलता के खिलाफ जंग जारी रखने का संकेत दिया है। यह एक सकारात्मक कदम है जो भारतीय समाज के मोरल और नैतिकता को सुनिश्चित करने की दिशा में है। यह संदेश है
और कड़ा उत्तरदायित्व निभा रही है। यह कदम विशेष रूप से बच्चों और युवाओं के लिए महत्वपूर्ण है, जिनकी मानसिक स्थिति और विकास पर अश्लील और अवैध सामग्री का असर हो सकता है। इसके साथ ही, यह कदम इंटरनेट पर सुरक्षित माहौल को बनाए रखने का भी संकेत देता है। सरकार का यह प्रयास डिजिटल सुरक्षा के मामले में लोगों को सुरक्षित रखने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस बारे में बताया गया है कि बैन लगाया गया कुछ वेबसाइट्स और ऐप्स ऐसे थे जिनके माध्यम से अश्लील और नापसंदीदा सामग्री साझा की जा रही थी। यह विशेष रूप से शिक्षा के क्षेत्र में नुकसान पहुंचाने वाले सामग्री को लेकर एक सख्त संदेश है। इस विकृत युवा सोच को रोकने के लिए सरकार ने यह प्रयास किया है। इस प्रकार के कदम लेकर समाज में जागरूकता और सावधानी फैलाने में भी मदद मिलेगी। इससे वहाँ कमरे के अंदर ही बैठे लोग भी इस बारे में सचेत हो सकते हैं।
इसके अलावा, ऐसी अश्लील सामग्री का प्रसार युवा पीढ़ी को मानसिक और शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचाता है। अधिकांश ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म युवा और बच्चों को ध्यान में बनाए रखने के लिए बनाए गए हैं, और अश्लीलता या निंदनीय सामग्री का प्रसार उनकी मानसिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसलिए, सरकार द्वारा ऐसे सामग्री के खिलाफ कठोर कदम उठाना आवश्यक है।
इस नए पहले में, सरकार ने वेबसाइट्स, ऐप्स और सोशल मीडिया एकाउंट्स को बैन करने के माध्यम से डिजिटल माध्यमों को बाजार में साफ करने का प्रयास किया है। इस सामग्री के प्रसार को रोकने का उद्देश्य लोगों को साइबर सुरक्षा की महत्वता को समझाना और उन्हें इंटरनेट पर सुरक्षित रहने के लिए जागरूक करना है। इसके साथ ही, यह प्रतिबंध भी ऐसे निर्माताओं और संचालकों को चेतावनी देता है कि वे अपनी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सामग्री को समीक्षित रखें और उचित सुरक्षा के साथ प्रसार करें।