असम के एक नेता, बेंजामिन बासुमतारी, नोटों की गड्डियों पर सोते हुए तस्वीर वायरल होने के बाद विवादों में घिर गए हैं। बासुमतारी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के निलंबित नेता हैं, जो भाजपा की सहयोगी पार्टी है।
वायरल तस्वीर में बासुमतारी आधे कपड़ों में नोटों की गड्डियों पर लेटे हुए हैं और उनके चारों ओर 500 रुपये के नोट बिखरे हुए हैं।
यह तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है और लोग भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं।
हालांकि, बासुमतारी ने दावा किया है कि यह तस्वीर 5 साल पुरानी है और इसे उनकी बहन की शादी में दोस्तों ने लिया था।
उन्होंने कहा कि इस तस्वीर का यूपीपीएल या बीटीसी सरकार से कोई लेना-देना नहीं है।
विवाद बढ़ने के बाद यूपीपीएल ने भी बासुमतारी से किनारा कर लिया है।
यूपीपीएल के अध्यक्ष प्रमोद बोरो ने कहा कि बासुमतारी 10 जनवरी 2024 को पार्टी से निलंबित कर दिए गए थे और अब वे पार्टी के सदस्य नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि पार्टी बासुमतारी की किसी भी व्यक्तिगत गतिविधि के लिए जिम्मेदार नहीं है।
बासुमतारी पहले भी भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर चुके हैं।
उनपर आरोप था कि उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना और ग्रामीण रोजगार योजना के तहत लाभार्थियों से रिश्वत ली थी।
यह मामला अभी भी जांच के अधीन है।
यह घटना असम में राजनीतिक भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ सकती है।
बेंजामिन बासुमतारी ने यूपीपीएल के साथ जुड़ी हुई कई समर्थनीय और संघर्षवादी कार्यक्रमों में भाग लिया है। उन्होंने असम के समाज में सामाजिक और आर्थिक सुधार के लिए काम किया है और युवाओं को समर्थित किया है। उनकी राजनीतिक प्रतिभा और कार्यक्षमता की वजह से वे अपने क्षेत्र में मान्यता प्राप्त कर चुके हैं।
बासुमतारी का यह विवाद असम में राजनीतिक दलों के बीच एक नए विवाद को उत्पन्न कर सकता है। इसके अलावा, इस घटना ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में एक नई बड़ी चुनौती पेश की है और लोगों को सच्चाई का पता लगाने के लिए आगे आने की आवश्यकता है।
इस घटना ने सामाजिक मीडिया पर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा और जागरूकता बढ़ाई है। लोग इस मामले में गहराई से रुचि ले रहे हैं और सरकार से इस मामले की जांच की मांग कर रहे हैं।
इस घटना के बाद, ब्रह्मपुत्र घाटी क्षेत्र में नेताओं की खोज और चयन की प्रक्रिया पर एक बड़ा सवाल उठेगा। लोग सार्वजनिक रूप से ब्रह्मपुत्र घाटी क्षेत्र के नेताओं से न्याय की मांग करेंगे और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में उनकी सक्रिय भागीदारी की अपेक्षा करेंगे।
बेंजामिन बासुमतारी के इस विवाद में उनके पार्टी और राजनीतिक करियक्रमों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलावा, यह स्थिति उनके राजनीतिक करियर को भी प्रभावित कर सकती है और उनके खिलाफ निष्क्रियता का कारण बन सकती है।
बेंजामिन बासुमतारी के इस विवाद के बाद, राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने उन्हें बचाव में लेने की मांग की है। वे कहते हैं कि उनकी अविश्वसनीयता पर सवाल उठाना गलत है और उन्हें न्याय से बचाना चाहिए।
इस मामले में कानूनी कदम भी उठाए जा रहे हैं। विभागीय अधिकारियों ने इस मामले में जांच की शुरुआत की है और जल्द ही नतीजे सामने आ सकते हैं।
बासुमतारी के खिलाफ आरोप लगाने की बातें भी सीमित समय में सामने आई हैं। उनके समर्थकों ने उन्हें समर्थन दिया है और उनकी निष्क्रियता को नकारता है।
इस विवाद के मध्य, जनता को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि किस पक्ष की बात सही है और इस मामले में न्याय की प्रक्रिया को विश्वसनीय ढंग से संचालित किया जाए।